मुजफ्फर नगर, जुलाई 4 -- आनंद कुटी मंदिर कपूर गढ़ में सुनाई जा रही श्री मदभागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक पंडित रामधन शर्मा ने भक्त ध्रुव की कथा कहकर भक्ति को मंत्र मुक्त कर दिया । कथावाचक ने कहा कि भक्त ध्रुव की सौतेली मां सुरुचि ने उसे अपमानित कर दिया। जिससे बालक ध्रुव निराश हो गया। ध्रुव की माता सुनीति ने उसे भगवान विष्णु का ॐ नमः भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करने के लिए प्रेरित किया। माता की सलाह से ध्रुव ने भगवान विष्णु के मंत्र का जाप किया ।भगवान ने भक्त प्रहलाद की भक्ति से प्रसन्न होकर उसे वर मांगने के लिए कहा । भक्त ध्रुव ने भगवान श्री हरि से वर मांगा कि ऐसा स्थान दे कि जहां से उसे कोई हटा ना सके ।भगवान ने उसकी इच्छा पूरी की जो आज भी आकाश में अचल तारे के रूप में मौजूद है । कथा में दंडी स्वामी दुर्वासा आश्रम , ब्रह्मचारी जयराम , मधु...