नई दिल्ली, अगस्त 7 -- कृष्ण नगरी मथुरा से शुरू होती है एक आध्यात्मिक यात्रा, जो सीधे हमें वृंदावन की गलियों, मंदिरों और कृष्ण लीलाओं की पावन भूमि तक ले जाती है। यहां का हर कोना भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा हुआ है। जो भी कृष्ण भक्त मथुरा आते हैं, वो मथुरा-वृंदावन के खास मंदिरों के दर्शन के साथ-साथ गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने भी जरूर जाते हैं। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि यहां की 24 कोस की परिक्रमा करने से मन को सुकून तो मिलता ही है, साथ ही जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं। लेकिन मथुरा-वृंदावन यात्रा से जुड़ी एक खास बात है, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। दरअसल मथुरा वृंदावन से एक खास चीज कभी भी अपने घर नहीं लानी चाहिए। चलिए जानते हैं वो कौन सी चीज है और इसके पीछे का धार्मिक महत्व क्या है।गोवर्धन पर्वत है वृंदावन का 'मुकुट' गोवर्धन ...