मथुरा, नवम्बर 15 -- मथुरा जरी पोशाक को भारत सरकार द्वारा जीआई टैग प्रदान करने पर जरी शिल्प से जुड़े कारीगर परिवारों में हर्ष और गर्व की लहर दौड़ गई। जरी कला को अनेक पीढ़ियों से मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदायों के कारीगर मिलकर संवारते आए हैं। इसमें विशेष रूप से महिला शिल्पियों का उल्लेखनीय योगदान है, जो अपने कौशल से ब्रज संस्कृति को जीवंत बनाए हुए हैं। जीआई पंजीकरण की प्रक्रिया में जिला प्रशासन, सिडबी तथा खजानी वेलफेयर सोसाइटी ने मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जीआई आवेदन आधिकारिक रूप से खजानी वेलफेयर सोसाइटी द्वारा प्रस्तुत किया गया। खजानी वेलफेयर सोसाइटी ने वर्ल्ड बैंक, सिडबी, एमएसएमई सहित अनेक राष्ट्रीय संस्थानों के सहयोग से अब तक पांच हजार से अधिक कारीगरों एवं महिला शिल्पियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया है। खजानी वेलफेयर सोसाइटी की सचि...