सहारनपुर, दिसम्बर 2 -- श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन मत्सय अवतार, राजा मनु, महारानी गांधारी और रानी अनसूया प्रसंग का विस्तृत वर्णन किया गया। कथा से पूर्व श्री सूर्य पंञ्चायतन महायज्ञ में यजमानों ने आहुति दी। मंगलवार को कथावाचक आचार्य ब्रह्मानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि भगवान विष्णु ने एक छोटी-सी मछली के रूप में प्रकट होकर राजा मनु को प्रलय के बारे में चेतावनी दी। साथ ही उन्हें वेदों, जीव-जंतुओं तथा ऋषियों की रक्षा की जिम्मेदारी सौंपते हुए नई सृष्टि के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। आचार्य ने महाभारत की प्रमुख पात्र महारानी गांधारी के जीवन वर्णन कर बताया कि पति धृतराष्ट्र की अंधता को साझा करने के लिए अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर त्याग, निष्ठा और मर्यादा का एक अद्वितीय आदर्श स्थापित किया। इसके अलावा रानी अनसूया की पवित्रता और तप की महिमा ...
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