मुजफ्फरपुर, अगस्त 15 -- मुजफ्फरपुर, हिप्र। मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण के बाद प्रकाशित प्रारूप विरोध का नया हथियार बन गया है। इसका इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों की पोल खोलने के लिए किया जा रहा है। इस प्रारूप सूची में जिले की राजनीतिक हस्तियों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके पैतृक व शहर में आवास वाले मतदान केंद्रों की सूची को खंगाला जा रहा है। अबतक महापौर, वैशाली सांसद, एमएलसी व कांटी नगर परिषद के मुख्य पार्षद पर दो-दो स्थानों पर मतदाता सूची में नाम दर्ज किए जाने का आरोप लगाया गया है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...