मुजफ्फरपुर, नवम्बर 9 -- मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। दो दिन पहले तक वोट मैनेजमेंट में लगे नेता चुनाव के रिजल्ट के बाद अलग मैनेजमेंट में जुटेंगे। मतदान के दौरान अपने ही दल के भितरघातियों के शिकार नेताओं ने उनके कारनामों का काला चिट्ठा तैयार करना शुरू कर दिया है। इसे मुख्यालय को सौंपा जाएगा। मतगणना के बाद विभिन्न दलों के ऐसे नेताओं पर गाज गिर सकती है। विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर प्रत्याशियों को भितरघात का सामाना करना पड़ा है, वहां के उम्मीदवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता मंथन में जुट गए हैं। इन दलों और उनके प्रत्याशियों ने 14 नवंबर तक चुप रहने का निर्णय लिया है। उसके बाद भितरघात के प्रमाण सहित रिपोर्ट भेजते हुए केंद्रीय नेतृत्व से कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। जिन सीटों पर ऐसी स्थिति पैदा हुई और प्रत्याशियों को अपनों के कारण ही परेशानी का ...