देहरादून, अप्रैल 28 -- दून के विभिन्न सामाजिक संगठनों और विपक्षी पार्टियों ने सोमवार को राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। इसमें संगठनों ने दून अस्पताल परिसर स्थित मजार को तोड़ने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही कश्मीरी छात्रों को दून छोड़ने की धमकी देने और चकराता में ईसाई समुदाय के लोगों को परेशान करने के मामले में भी हस्तक्षेप की मांग की। जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के बाद स्थानीय प्रशासन को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। इसमें कहा गया कि दून अस्पताल के बाहर 200 साल पुरानी जिस मजार को प्रशासन ने रात अंधे में तोड़ दिया, उसका संचालन वक्फ बोर्ड करता आ रहा था। बोर्ड से दो कर्मचारी भी तैनात थे। आमदनी का सात प्रतिशत सेस सरकार को दिया जा रहा था। सिर्फ एक व्यक्ति की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। जबकि मजारें हिंदू-मु...