लखनऊ, सितम्बर 27 -- लखनऊ,कार्यालय संवाददाता इस्लाम एक कयामत तक मार्ग दर्शन करने वाला मजहब है, बदलते हालात में नए मुद्दे व समस्याएं सामने आती हैं। जिनका समाधान करना उलेमा, विद्वानों की जिम्मेदारी है। इस सिलसिले में उलेमा की कोशिश बहुत अहम और मूल्यवान है। ये बातें नदवातुल उलमा के प्रमुख मौलाना सैय्यद बिलाल अब्दुल हसनी नदवी ने नदवा में इस्लामी शरिया (कानून) अनुसंधान परिषद के तहत दो दिवसीय सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि मजहब की सही व्याख्या करना विद्वानों की जिम्मेदारी है। इसके लिए इल्म में गहराई के साथ-साथ विचारों में व्यापकता भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अल्लाह पाक ने मजहब को आसान बनाया है। आधुनिक मुद्दों का समाधान करते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि यह लोगों के लिए आसान हो। राष्ट्रीय सेमिनार में ऑल इण्डिया मुस्लिम ...