चंदौली, मार्च 18 -- चंदौली, संवाददाता। माह-ए-रमजान के दूसरे अशरे में रोजेदारों ने इबादत और कुरान की तिलावत में अधिक इजाफा कर दिया हैं। रमजान माह के 16वें रोजे को मौलाना मुहम्मद तारीक खान ने हदीस बयान करते हुए कहा कि मजदूर का पसीना सूखने से पहले उसकी पूरी-पूरी मजदूरी दे देनी चाहिए। यदि मजदूर रोजेदार है तो उसके साथ हर समय नरमी बरतनी चाहिए। उससे कम काम लेना चाहिए। रोजे की हालत में किसी को तकलीफ नहीं पहुंचानी चाहिए। किसी पर जुल्म के लिए हाथ नहीं उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रमजान माह के दूसरे अशरे के बाद तीसरा अशरा 21वें रोजे से शुरू हो जाएगा। यह अशरा जहन्नम से खलासी का है। इस अशरे में रोजेदार को और अधिक इबादत करनी चाहिए। साथ ही मगफिरत की दुआएं करनी चाहिए। मुकद्दस रमजान इफ्तार (18 मार्च) रोजा मंगलवार सुन्नी शिया 6: 07 बजे शाम 6:19 बजे शाम सहर...
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