गढ़वा, नवम्बर 15 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। हाल ही में कैबिनेट की बैठक में जिन 18 प्रस्तावों पर मुहर लगी उनमें देशी मांगुर को राजकीय मछली घोषित करना भी था। मांगुर को राजकीय मछली घोषित करने की स्वीकृति के बाद इस प्रजाति के मछली का संरक्षण और संवर्द्धन के लिए कदम उठाने को लेकर कदम उठाने की बात कही जा रही है। सरकार के इस निर्णय से मत्स्य पालकों में हर्ष है। मत्स्य पालकों का मानना है कि सरकार के इस निर्णय से मछली उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। मत्स्य पालकों की आर्थिक उन्नति होगी। फिलहाल जिलांतर्गत किसी भी क्षेत्र में मांगुर मछली का उत्पादन नहीं होता है। दूसरे जगहों से लाकर इस मछली की बिक्री स्थानीय बाजार में होता है। राजकीय मछली घोषित होने के बाद उसके संवर्द्धन और संरक्षण की योजना तैयार की सुगबुगाहट बढ़ गई है। जिलांतर्गत 8860 हेक्टेयर क्षेत्र में मछली पा...