संभल, मई 11 -- नगर पंचायत क्षेत्र में मच्छरों का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, मगर जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। न कहीं फॉगिंग मशीन की गूंज सुनाई देती है, और न ही मच्छरनाशक दवाओं की कोई गंध। लगभग 20 हजार की आबादी वाले इस कस्बे में आज हालत यह है कि लोग मलेरिया, डेंगू और वायरल बुखार के डर से सहमे हुए हैं, लेकिन नगर पंचायत की ओर से कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई। नगर के 10 वार्डों में जलनिकासी की नालियाँ कचरे से जाम पड़ी हैं, जिससे गंदा पानी जमा होकर मच्छरों के प्रजनन केंद्र बन गया है। सफाई का कोई स्थायी या नियमित इंतजाम नज़र नहीं आता। लोगों का आरोप है कि जब कभी दवा का छिड़काव होता भी है, तो उसमें दवा नाम मात्र की होती है, और पानी का छिड़काव कर खानापूर्ति की जाती है। कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का संक्रमण लगातार फैल रहा है, और ऐसे स...