जहानाबाद, अगस्त 29 -- मखदुमपुर, निज संवाददाता। प्रखंड में मधा नक्षत्र मे सर्वाधिक वर्षा हुई है। मघा नक्षत्र को वर्षा ऋतु के सभी नक्षत्र में महत्वपूर्ण माना जाता है। प्राचीन काल से ही मान्यता है कि इस नक्षत्र में सबसे अधिक वर्षा होती है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्र में कहावत प्रचलित है की जो न भरे मधा तो फिर भरे अगले साल। अर्थात इस नक्षत्र में अगर आहार ,पोखरा ,ताल तलैया आदि जल से पानी नहीं भरा तो फिर अगले साल बरसात में ही भरेगा। साथ ही यह नक्षत्र धान रोपनी का अंतिम नक्षत्र माना जाता है। किसानों का कहना है कि जब पुराने ढंग से खेती होती थी। लंबे अवधि तक होने वाले धान की खेती की जाती थी। तब मघा नक्षत्र तक धान की रोपनी होती थी। इस वर्ष माघ नक्षत्र 19 अगस्त से 29 अगस्त तक था। इस अवधि में इस वर्ष सर्वाधिक वर्षा हुई है। लोगों का कहना है कि बहुत दिनों क...