दरभंगा, सितम्बर 6 -- सुपर फूड के तौर पर मखाना को वैश्विक पहचान मिली हुई है। भारत सरकार भी मखाना बिक्री को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रही है। दरभंगा में मखाना अनुसंधान केंद्र स्थापित है और मखाना बोर्ड बनाने तक की घोषणा हो चुकी है। वहीं रोगी व डायटिंग प्रबंधन आहार के रूप मखाना सेवन करने वालों की तादाद में इजाफा हुआ हैं। इससे डिमांड बढ़ी है और मखाना खेती के रकबे में विस्तार हुआ है। लगातार उत्पादन बढ़ने के बावजूद पानी भरे खेत से मखाना गुड़ी (कच्चा मखाना या बीज) निकालने वाले किसानों के चेहरे बुझे दिखते हैं। किसान बंपर उत्पादन के बाद कम मुनाफा मिलने की शिकायत करते हैं। साथ ही आर्थिक कठिनाईयों की दर्दभरी कहानी सुनाते हैं। किसानों का कहना है कि मखाना की खेती चुनौतियों से भरी है। जितनी मेहनत करते हैं और बीज-खाद ,पटवन आदि में जो लागत आती है, उसके अनु...