दरभंगा, सितम्बर 22 -- दरभंगा। राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र में बिहार कृषि प्रबंधन एवं प्रसार प्रशिक्षण संस्थान (बामेती), पटना प्रायोजित प्रशिक्षणों की श्रृंखला का दूसरा एकदिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। इसमें दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और सहरसा के 40 उद्यान अधिकारी, तकनीकी प्रबंधक, किसान और उद्यमी मखाना एवं सिंघाड़ा उत्पादन के विविध पहलुओं पर प्रशिक्षित हुए। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक वैज्ञानिक डॉ. वीके पडाला ने मखाना एवं सिंघाड़ा में एकीकृत पौध संरक्षण तकनीकों पर जानकारी दी। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आईएस सिंह ने मखाना आधारित फसल प्रणाली पर व्याख्यान देते हुए मखाना की खेती से जुड़ी तकनीकी जानकारी और संभावित लाभों पर चर्चा की। डॉ. बीआर जाना ने जलीय फसलों की जैविक खेती के लाभ समझाए। ई. आरके राउत ने मखाना प्रसंस्करण एवं...