दरभंगा, अगस्त 4 -- दरभंगा। राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र, दरभंगा में 28 जुलाई से तीन अगस्त तक मखाना प्रसंस्करण पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिम बंगाल से आए उद्यमियों और प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन शनिवार को प्रमाणपत्र वितरण एवं समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि मखाना प्रसंस्करण में अपार संभावनाएं हैं। अगले 10 वर्षों में प्रसंस्कृत मखाने की वार्षिक मात्रा मौजूदा 35000 टन से बढ़कर 3.5 लाख टन और भारतीय मखाना उद्योग का बाजार मूल्य मौजूदा पांच हजार करोड़ से बढ़कर 50 हजार करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। कार्यक्रम के आयोजक वैज्ञानिक ई. राहुल कुमार राउत ने सात दिवसीय प्रशिक्षण के प्रमुख ...