अररिया, नवम्बर 2 -- फारबिसगंज, एक संवाददाता। विधानसभा चुनाव-2025 की धूम मची है। शहर के हरेक चौक-चौराहा पर बस चुनावी चर्चा हो रही है। चाय-नास्ते की दुकान अब राजनीतिक मंच बन चुकी हैं। रविवार को स्थानीय अस्पताल रोड स्थित एक चाय दुकान पर चुनावी चर्चाओं में सभी अपनी चिंताएं बेधड़क रख रहे थे। बिजली बिल में 125 यूनिट फ्री से शुरू हुई बहस प्रत्याशियों की दावेदारी से होते हुए बेरोजगारी और पलायन के ईद गिर्द घूमती रही। फारबिसगंज में बड़े उद्योगों के स्थापना नहीं होने पर लोग रोष जताने का काम कर रहे थे। इन सबके लिए कौन जिम्मेवार के मुद्दे ने बहस को तीखा बना दिया। स्थानीय व्यवसायी बहस में शामिल होते हुए कहा कोई भी सरकार फारबिसगंज में अबतक बड़े उधोगों की स्थापना नहीं कर सकी। ऐसे में इस बार लोगों को तीसरे विकल्प पर सोचना पड़ेगा। दुकानदार मुकेश कुमार ने कहा क...