सुल्तानपुर, नवम्बर 11 -- बाबा ध्यान दास सौ से अधिक मंदिर व मठ का अपने हाथो से कर चुके हैं निर्माण बंधुआकलां। अब तक सैकड़ों मंदिर व मठ का जीर्णोद्धार कर चुके बाबा बाबा ध्यान दास उर्फ़ लखन बाबा अब इस दुनिया में नहीं रहे। ये कुछ साधु संतों के साथ नेपाल गए थे इनकी वहीं तबीयत बिगड़ी उसके बाद इनको घर लाया गया सोमवार की शाम सीने में उठे दर्द के बाद उनकी आत्मा शरीर से निकल गयी। ध्यान दास पुरानी संगत बंधुआ कला के महंत धर्म प्रकाश के चेले थे। इनका परिवार बंधुआ कला के बाबाजी का सगरा पर निवास करता है। संत ध्यान दास एक कुशल कारीगर थे और अब तक अपने हाथों से सौ से अधिक मंदिर-मठ का निर्माण व मरम्मत कर चुके है। इनके द्वारा बनाए गए मंदिरों में जोगी बाबा स्थान बंधुआ कला, हनुमान मंदिर सोनबरसा,भवानी माता मंदिर गँजेहड़ी, हनुमान मंदिर बादी का पुरवा, भोलेनाथ मंदिर...