सासाराम, अगस्त 7 -- दावथ, एक संवाददाता। परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने मंत्र के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा योग चार प्रकार के होते हैं। मंत्र योग, लय योग, हठयोग और राजयोग। सबसे पहला मंत्र योग है।

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