नई दिल्ली, दिसम्बर 24 -- राजस्थान की राजनीति में इन दिनों पारा सिर्फ मौसम का नहीं, बल्कि सत्ता और ब्यूरोक्रेसी के बीच छिड़ी 'जंग' का भी चढ़ा हुआ है। मंगलवार को सीकर में जो कुछ हुआ, उसने न केवल प्रशासनिक अनुशासन की पोल खोल दी, बल्कि विपक्ष को बैठे-बिठाए सरकार को घेरने का सुनहरा मौका दे दिया। प्रभारी मंत्री संजय शर्मा की नाराजगी और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के तंज ने प्रदेश की सियासत में 'मिर्च-मसाला' लगा दिया है। किस्सा शुरू हुआ सीकर के शहरी सेवा शिविर से, जहाँ प्रभारी मंत्री संजय शर्मा 'अचानक' धावे पर पहुंचे थे। मंत्री जी को उम्मीद थी कि कर्मचारी जनता की सेवा में पसीना बहा रहे होंगे, लेकिन वहां तो नजारा ही जुदा था। कुर्सियां खाली थीं, और साहब लोग नदारद। जब मंत्री ने हिसाब मांगा, तो अधिकारी मोबाइल दिखाने लगे। मंत्री संजय शर्मा का पारा सा...