पाकुड़, अप्रैल 15 -- हिरणपुर। एसं झारखंड सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने अपने एक बयान में इस्लामिक कानून शरीयत को संविधान से ऊपर बताया है। उनके इस बयान पर सूबे का सियासी माहौल गर्म हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उनके बयान पर गहरी आपत्ति जताते हुए मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। अंसारी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि शरीयत मेरे लिए बड़ा है। हम कुरान सीने में रखते हैं और हाथ में रखते हैं संविधान। मुसलमान कुरान सीने में और संविधान हाथ में लेकर चलता है। तो, हम पहले शरीयत को पकडेंगे, उसके बाद संविधान को मेरा इस्लाम यही कहता है। इसे लेकर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री कामेश्वर दास ने अंसारी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके लिए संविधान नहीं, शरीयत मायने रखता है...