सहरसा, अक्टूबर 1 -- महिषी, एक संवाददाता ।मंगलवार को पीट खुलते ही भक्तों ने महिषी स्थित उग्रतारा मन्दिर सहित अन्य पूजा स्थलों पर पहुंच मां दुर्गा के अष्टम महागौरी रुप का पूजन कर मनवांछित वरदान की कामना की। इस अवसर भक्तों ने जहां माता को खोइछ चढ़ाया वहीं कई बकरों की बलि चढ़ाई गई। इससे पूर्व स्थानीय सिद्धपीठ उग्रतारा मन्दिर में सोमवार को महासप्तमी के मौके पर शाम को बिजली के उपकरणों सहित फूलों से मन्दिर को सुसज्जित करने के बाद देर रात निशापूजन की बलि दी गयी। बलिप्रदान के बाद निशा रात्रि को माता की विशेष और अतिगोपनीय निशापूजन सामिष निरामिष, मिठाई, फल व अन्य प्रसाद सामग्री चढ़ाकर किया गया। स्थानीय लोगों के अनुसार यह तंत्र साधकों की खास पूजा है। इस पूजा में सिर्फ तंत्र साधक व मां उग्रतारा के पुजारीगण शामिल होते हैं। इस पूजा को देखने की अनुमति सामान...