सहरसा, जुलाई 5 -- सहरसा, नगर संवाददाता। जिला मत्स्य पदाधिकारी सुबोध कुमार के चालीस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तारी के बाद जिले में एक बार फिर सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का एक लंबा इतिहास रहा है।जिसमें सिविल सर्जन,कार्यपालक अभियंता, पंचायत के मुखिया, रेवेन्यू कर्मी सह सचिव प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति,असिस्टेंट इंजीनियर एनआरईपी, हेड क्लर्क असिस्टेंट रजिस्ट्रार कोआपरेटिव सोसाइटी, सर्किल अमीन सह हल्का कर्मचारी, एग्जीक्यूटिव इंजिनियर भवन निर्माण विभाग, राजस्व कर्मचारी, एक्साइज क्लर्क, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, शिक्षा प्रसार अधिकारी, असिस्टेंट इलेक्ट्रिक इंजिनियर, एएसआई, मनरेगा पीओ, सीओ सहित अन्य शामिल हैं। ये भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों ने दो हजार रुपये से लेकर ला...