फतेहपुर, मई 7 -- फतेहपुर। मलवां ब्लॉक की कोरसम ग्राम पंचायत में बंदरबाट की गई रकम की परतें उखड़ने लगी हैं। वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों से घिरी सचिव ने महिला प्रधान पर दबाव बनाकर सहमति पत्र बनवाने में कामयाब हो गई थी लेकिन प्रधान पति व सदस्य पहुंचे और पत्र को फाड़कर हंगामा किया था। बौखलाई सचिव बैरंग लौटकर 45 दिनों के अवकाश पर चली गई। विभाग ने लगे आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा है, संतोषजनक उत्तर न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। कोरसम की दलित महिला प्रधान उर्मिला ने डीएम को दी गई शिकायत में ग्रापं में तैनात सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। बताया था कि फर्जी डोंगल दिया गया है, जबकि असली डोंगल खुद के पास रखा था। 29 मार्च को 11.50 लाख रुपये निकालकर 45 दिनों के लंबे अवकाश पर जाने की तैयारी में थी। जैसे ही यह मामला उजागर हुआ तो सचिव ने ...