नई दिल्ली, अक्टूबर 2 -- तमिलनाडु की एक इंपोर्ट कंपनी और चेन्नई कस्टम्स के बीच रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर विवाद तेज हो गया है। विन्ट्रैक इंक (Wintrack Inc) नाम की इस कंपनी के संस्थापक ने दावा किया है कि भ्रष्टाचार और उत्पीड़न की वजह से उन्हें भारत में अपना संचालन बंद करना पड़ा। वहीं, चेन्नई कस्टम्स ने सोशल मीडिया के जरिए इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कंपनी पर गलत घोषणा और गलत वर्गीकरण का आरोप लगाया है।विवाद कैसे शुरू हुआ? मामला तब सुर्खियों में आया जब कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर आरोप लगाया कि चेन्नई कस्टम्स के अधिकारी लगातार रिश्वत की मांग कर रहे हैं। संस्थापक प्रवीन गणेशन ने कहा कि "लगातार उत्पीड़न और भ्रष्टाचार ने हमें कामकाज बंद करने पर मजबूर कर दिया।" कंपनी के आरोपों के बाद चेन्नई कस्टम्स ने तुरंत ह...