सिमडेगा, मई 27 -- जिले में मनरेगा योजना भ्रष्टाचार, अनियमितता, शिकायत का पर्याय बन चुका है। शायद ही कोई दिन होता है जिस दिन जिले के किसी प्रखंड से मनरेगा को लेकर शिकायत न हो। कभी मनरेगा के कम्प्युटर ऑपरेटर के द्वारा गड़बड़ी, कभी फर्जी मास्टर रोल की शिकायत, कभी फर्जी जॉब कार्ड की शिकायत तो कभी लाभुक समिति और वेंडर की शिकायत मिलते रहती है। जिले के दसों प्रखंडो से मनरेगा को लेकर लगातार शिकायत मिल रही है। प्रशासन के द्वारा शिकायतों पर कार्रवाई भी हो रही है लेकिन इसके बावजुद भ्रष्टाचार और अनियमितता कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। सरकार के द्वारा गरीबी दूर करने के लिए शुरु की गई यह योजना जिले में भ्रष्टाचार का अडडा बन चुका है। फर्जी तरीके से गरीबों का पैसा भ्रष्टाचारियों के जेब में पहुंच रहा है। मनरेगा में फर्जी मजबूरी भुगतान के कारण बैंकिंग ...