हापुड़, जुलाई 17 -- हापुड़। नगर के चंडी रोड स्थित श्री चंडी मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा के चौथे दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती के विवाह उत्सव का वर्णन किया गया। भगवान भोलेनाथ की बारात निकाली गई, इसमें श्रद्धालु संगीतमय भजनों पर झूम उठे। कथा व्यास पंडित मोहित भारद्वाज ने बताया कि माता पार्वती बचपन से ही भगवान शिव की अनंत भक्ति मे लीन थी। हिमालय पर घोर तपस्या के बाद माता पार्वती का जन्म हुआ था। पर्वतराज के घर पहुंचे माहेश्वरी नारद ने भोलेनाथ के साथ उनके विवाह के बारे में बताया। इसके बाद माता पार्वती से करने के लिए तपस्या की नदी पर सवार होकर भूत पिचात की बारात लेकर हिमालय राज के घर पहुंचे। भोलेनाथ की बारात को देखकर वहां सभी अचंभित हो गए, क्योंकि बारात में भोलेनाथ नंदी पर सवार होकर पहुंचे और बारात में भूत, पिचात शामिल थे। माता पार्वत...