रामपुर, नवम्बर 7 -- हज़रत शेख भूरे शाह बाबा के आस्ताने पर जारी पांच दिवसीय सालाना उर्स में गुरुवार को अकीदत, रूहानियत और मोहब्बत का अनोखा संगम देखने को मिला। सुबह से ही दरगाह पर जायरीन का तांता लगा रहा। दूर-दराज़ इलाकों से पहुंचे अकीदतमंदों ने चादरपोशी कर अमन-ओ-सलामती और खुशहाली की दुआएं मांगीं। जायरीनों द्वारा दरगाह पर गुलपोशी और फातिहा के साथ मन्नतें मांगी गईं।। कव्वालों ने सूफियाना कलाम और नातिया अशआर से महफिल को रूहानी रंग में डुबो दिया। कव्वाली की गूंज पर झूमते जायरीन ने बाबा के दर पर अपनी अकीदत का इज़हार किया। उर्स परिसर में लगी दुकानों पर महिलाओं ने जमकर खरीदारी की, वहीं बच्चों ने झूलों और मिठाई की दुकानों का खूब लुत्फ उठाया। उर्स में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम रहे। उर्स कमेटी ने व्यवस्थाओं पर लगातार निगरानी रखी।

हिंदी हिन्दुस्तान की...