बागपत, जून 11 -- जिले में पीने के पानी की किल्लत लागतार बढ़ती जा रही है, इसके बावजूद लोगों द्वारा अंधाधुंध तरीके से जल का दोहन किया जा रहा है। जलस्तर 350 फीट को पार कर चुका है, लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता, हैंडपम्प के हलक सूख चुके हैं और लोग पीने के पानी को तरस रहे हैं। जिले के छह ब्लॉक में 244 ग्राम पंचायत है। इन ग्राम पंचायतों में 18 हजार से ज्यादा हैंडपंप है। इनमें से 50 फीसदी हैण्डपम्प के हलक सूख चुके हैं या उनका पानी पीने लायक नहीं रहा है। खासतौर पर चौगामा क्षेत्र में। क्षेत्रों में कहीं पानी उतरने से हैंडपंप लटक गए हैं तो कहीं खराब पड़े हैं। रीबोरिंग के लिए लिखा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एक साल में भूगर्भ जलस्तर रसातल में पहुंचने से सबमर्सिबल पंपों की री-बोरिंग करानी पड़ रही है। बड़ौत नगर के अधिकांश मोहल्लों में सबमर्सिब...