लखनऊ, सितम्बर 8 -- उत्तर प्रदेश में भुने चने को कृषि उपज मानकर उस पर मंडी शुल्क लगाने का फैसला जल्द ही वापस लिया जा सकता है। भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्र के नेतृत्व में कई जिलों के व्यापारियों ने सोमवार को कृषि विपणन और उद्यान (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और मंडी परिषद के निदेशक इंद्र विक्रम सिंह से मुलाकात कर भुना चने को मंडी शुल्क से बाहर करने की मांग की। व्यापारियों के ज्ञापन को संज्ञान में लेते हुए विभागीय मंत्री ने प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में कहा कि जैसे चावल पर मंडी शुल्क है और लाई पर नहीं। वैसे ही भुने चने पर मंडी शुल्क न्यायोचित नहीं है। मंत्री ने परीक्षण कर आख्या मांगी है। उन्होंने बताया कि 01 सितम्बर को राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें चने ...