शाहजहांपुर, अप्रैल 25 -- करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी परिषदीय स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए छत नहीं है। यह एक दो स्कूलों में नहीं बल्कि जिले में दर्जनों की यही स्थिति है। ऐसा ही मामला भावलखेड़ा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय आदमपुर का है। जहां जर्जर भवन को नीलाम कर दिया गया, तथा बाद में उसे तुड़वा भी दिया गया, लेकिन शिक्षा विभाग ने बच्चों की बैठने की व्यवस्था करना भूल गया। भवन तोड़ने के बाद स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चे खुले आसमान में बैठने को मजबूर हैं। भीषण गर्मी में एक मात्र पेड़ के सहारे पढ़ाई करने को मजबूर हैं। भयंकर लू में बच्चे बीमार होने की आशंका से संख्या भी कम हो रही है। गांव के अभिभावकों की माने तो स्कूल न होने से गर्मी में बच्चे बीमार होने की आशंका ज्यादा रहती है। जिससे स्कूल भेजने में डरते हैं। स्कूल के अध्यापकों की माने त...