पूर्णिया, जून 2 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। एक तरफ जहां भीषण गर्मी में मनुष्य क्या पशु पक्षी भी परेशान है, वहीं इस भीषण गर्मी में कई महाविद्यालयों के काउंटर और कक्षाएं रूम में शुद्ध पेयजल व पंखा की व्यवस्था नहीं है। जबकि शौचालय की साफ-सफाई व्यवस्था नहीं रहने के कारण छात्र-छात्राओं के लिए परेशानियां झेलना अभिशाप बना हुआ है वहीं दूसरी ओर ऐसे कॉलेजों को मूल्यांकन केंद्र बनाए जाने से मूल्यांकन कार्य में जुटे परीक्षक भी परेशान होने को बेबस बने हुए हैं। पूर्णिया महिला महाविद्यालय मूल्यांकन केंद्र पर परीक्षक शुद्ध पेयजल एवं रूम में पंखा की व्यवस्था को लेकर तरस रहे हैं लेकिन मूल्यांकन केंद्राधीक्षक के द्वारा कोई भी पहल नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण परीक्षकों के बीच आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। रविवार को मूल्यांकन केंद्र पर परीक्षकों का मूल...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.