नई दिल्ली, जुलाई 7 -- Bhimashankar Jyotirlinga Katha: भगवान शिव का प्रिय महीना सावन 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। पूरे सावन भर भगवान शंकर की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। सभी शिवालयों में भगवान शिव के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है। इस खास मौके पर हम आपको बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग भीमाशंकर के बारे में बताने जा रहे हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, कुंभकर्ण के बेटे भीमा राक्षस के उत्पात से देवी-देवताओं को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान भोलेनाथ ने इसी स्थान पर उसका वध किया था। पढ़ें ज्योतिर्लिंग भीमाशंकर की कहानी- यह भी पढ़ें- बुध चलेंगे उलटी चाल, 18 जुलाई से इन 3 राशियों के लिए अशुभ संकेत ब्रह्मा जी ने दिया था भीमा को विजयी होने का वरदान: पौराणिक ग्रंथ शिवपुराण के अनुसार, कुंभकर्ण के पुत्र भीमा का जन्म उसके पिता की...
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