नई दिल्ली, जून 11 -- ओ पी सिंह, पुलिस महानिदेशक, हरियाणा भारत अपने जलसों-जनसमूहों से फलता-फूलता रहा है। चाहे क्रिकेट की जीत के जश्न हों, राजनीतिक रैलियां हों, धार्मिक उत्सव हों या फिर सेलीब्रिटी के कार्यक्रम, हजारों, बल्कि कई बार तो लाखों का हुजूम सड़कों पर, मैदानों में उमड़ आता है। यह भीड़ हमारे देश की जीवंतता तो प्रदर्शित करती है, मगर वह सुरक्षा और प्रबंधन की चुनौती भी पेश कर देती है। हाल के दिनों में हुई त्रासदियों ने भीड़ के कुप्रबंधन को उजागर किया है। इस समस्या का समाधान केवल सख्त पुलिस निगरानी या हादसे के बाद की जांच से नहीं किया जा सकता है। इसका हल व्यवस्थित योजना में है और इस मामले में हमारे देश का प्रशासन अक्सर कमजोर साबित होता है। भारत में भीड़ बढ़ती जा रही है। पहले वार्षिक तीर्थयात्राओं या चुनावी रैलियों की भीड़ का आकलन करना आस...