संभल, जून 5 -- भीख मांगने की बेड़ियों को तोड़कर शिक्षा, आत्मनिर्भरता और गरिमा की ओर बढ़ते क़दम, यही है संभल में चल रहे भीख से सीख अभियान की असली ताकत। जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पैंसिया की दूरदर्शी पहल से जनपद ने वह कर दिखाया है जो आमतौर पर सिर्फ़ योजनाओं की फाइलों में सिमटकर रह जाता है। अब यह अभियान केवल पुनर्वास नहीं, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन की कहानी बन गया है, जहां बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं और परिवार समाज की मुख्यधारा में लौट रहे हैं। इस अभिनव कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया था। अभियान जिला प्रशासन द्वारा उम्मीद संस्था और वीनस शुगर मिल्स (सीएसआर) के सहयोग से चलाया जा रहा। अभियान के तहत जनपद के 146 परिवारों को चिन्हित किया गया जो भीख मांगकर जीवनयापन कर रहे थे। इनमें चंदौसी के 45, बहजोई के 70, बबराला/गुन्नौर के 13 और...