देहरादून, दिसम्बर 3 -- पहाड़वासी इन दिनों भालू और बाघ-गुलदार के आतंक के कारण डर के साए में जीने को मजबूर हैं। उत्तराखंड में आए दिन भालू और गुलदार के हमलों की घटनाएं सामने आ रही हैं। 4 साल का मासूम आंगनबाड़ी से लौट रहा था, गुलदार ने झपट्टा मार उसे घायल कर दिया। मां के कारण उसकी जान बच सकी। भालुओं का आतंक भी चरम पर है। गंभीर रूप से घायल होने वाले लोगों के इलाज के लिए तीन लाख के बजाय दस लाख रुपये मिलेंगे। आयुष्मान कार्ड वालों को भी अब इलाज का पैसा मिलेगा। साथ ही वन विभाग के लिए बियर स्प्रे खरीदे जाएंगे। स्कूलों का समय भी एक घंटा आगे बढ़ाया गया है। राज्य में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष के मद्देनजर वन मुख्यालय में हुई बैठक में कई फैसले लिए गए। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक रंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि भालू और गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त टीम...