नई दिल्ली, नवम्बर 12 -- नई दिल्ली, अरविंद सिंह। भारत में नई तकनीक अपनाकर राष्ट्रीय राजमार्गों को प्राकृतिक खतरों से बचाया जाएगा। इसके तहत भविष्य की सभी राजमार्ग परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में नेशनल डाटाबेस फॉर इमरजेंसी मैनेजमेंट (एनडीईएम) पोर्टल के डाटा का उपयोग और विश्लेषण दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है। यह सड़कों को बाढ़, चक्रवात और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अधिक लचीला बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। आपदा-रोधी सड़कें अधिक सुरक्षित, टिकाऊ और भरोसेमंद होंगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस संबंध में मंगलवार को आदेश जारी किया है। इसमें राजमार्ग की डीपीआर में आपदा डाटा शामिल करना आवश्यक होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आपदा-रोधी डिजाइन में पूर्व में हुई बाढ़, भूस्खलन, चक्रवात या भूकंप जैसी आपदाओ...