नई दिल्ली, मई 23 -- जरा सोचिए - दोपहर के 2 बजे हैं, बाहर तापमान 46degC, हवा में अंगारे घुले हुए हैं, सड़कों पर सन्नाटा है और लोग छाँव में भी पसीने-पसीने हो रहे हैं। ऐसे में अगर कोई चीज़ लोगों को राहत दे रही है, तो वो है " कूलर "। जी हाँ, वही सीटी बजाती ठंडी हवा देने वाला कूलर, आज हर तबके की पहली पसंद बन गया है। लेकिन ये अचानक कूलर की बिक्री में इतना ज़बरदस्त उछाल कैसे आ गया? क्या सिर्फ गर्मी ज़िम्मेदार है, या और भी गहरी वजहें हैं? चलिए, हम इस पूरे ट्रेंड को परत दर परत खोलते हैं।1. जब सूरज बना दुश्मन, तो कूलर बना रक्षक इस साल उत्तर भारत, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सूरज ने सब्र की सारी सीमाएं लांघ दीं। तापमान 47degC तक जा पहुँचा - और वो भी लगातार कई दिनों तक। ऐसे में पंखे तो जैसे हार मान गए। यही वो पल था जब ल...
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