दिल्ली, मई 12 -- विश्लेषकों का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की व्यवस्था जल्दबाजी में की गई थी और यह अभी भी नाजुक बना हुआ है.भारत में विपक्ष और जानकार इस पर सवाल उठा रहे हैं.भारत-पाकिस्तान में तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शनिवार, 10 मई को सोशल मीडिया पर घोषणा की कि दोनों देश "पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम" पर राजी हो गए हैं.विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका के इशारे पर भारत और पाकिस्तान पूर्ण युद्ध की कगार से पीछे हट गए हैं.हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप के कश्मीर विवाद पर मध्यस्थता की पेशकश के बाद वैश्विक कूटनीतिक शक्ति के रूप में नई दिल्ली की आकांक्षाओं को अब एक महत्वपूर्ण परीक्षा का सामना करना पड़ रहा है.एशिया में आर्थिक शक्ति के रूप में उभरता भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत के...