नई दिल्ली, जुलाई 13 -- विदेश मंत्री एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा पर जाने वाले हैं। 2020 में हुई गलवान झड़प के बाद विदेश मंत्री की यह पहली चीन यात्रा है। जयशंकर फिलहाल सिंगापुर में है और वहां से वह चीन के लिए उड़ान भरेंगे, लेकिन उनके चीन पहुंचने से पहले ही बीजिंग की तरफ से माइंडगेम खेलना शुरू कर दिया गया है। रविवार को चीन की तरफ से कहा गया कि भारत और चीन के संबंधों में तिब्बत से संबंधित मुद्दे किसी कांटे की तरह हैं। यह भारत के ऊपर एक बोझ बन गए हैं। रविवार को चीनी दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने सोशल मीडिया पर भारत और चीन संबंधों पर अपनी राय रखी। उन्होंने लिखा, "भारत में पूर्व अधिकारियों और रणनीतिक और शैक्षणिक समुदायों के सदस्यों ने दलाई लामा और उनके पुनर्जन्म के बारे में अनुचित टिप्पणियां की हैं। भार...