नई दिल्ली।, अगस्त 8 -- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयातित वस्तुओं पर कुल 50% टैरिफ लगाए जाने के निर्णय के बाद अंतरराष्ट्रीय व्यापार और रणनीतिक संबंधों पर व्यापक बहस छिड़ गई है। लेकिन इन सबके बीच भारत सरकार न तो घबराई है, न ही विचलित हुई है। बल्कि सरकार की रणनीति स्पष्ट है। संयम बनाए रखते हुए संप्रभुता से कोई समझौता नहीं। सरकारी सूत्रों ने साफ कर दिया है कि भारत रूस से तेल या रक्षा उपकरण खरीदने या BRICS जैसे वैश्विक मंच का सदस्य बने रहने जैसे फैसलों पर किसी प्रकार का विदेशी दबाव स्वीकार नहीं करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "ये भारत के संप्रभु निर्णय हैं। हम इन पर कभी समझौता नहीं करेंगे। अमेरिका के साथ टैरिफ और व्यापार पर बातचीत के लिए हम तैयार हैं, लेकिन ट्रंप बार-बार अपने ही तय मानकों को बदलते र...