न्यूयॉर्क, सितम्बर 19 -- संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारत ने उस प्रस्ताव के समर्थन में वोट दिया, जिसमें फिलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास को वर्चुअल माध्यम से भाषण देने की अनुमति दी गई थी। यह कदम तब उठाया गया जब ट्रंप प्रशासन ने अब्बास का अमेरिकी वीजा रद्द कर दिया। इस प्रस्ताव को भारी समर्थन प्राप्त हुआ, जिसमें 145 देशों ने इसके पक्ष में मतदान किया, जबकि पांच देशों (इजरायल, संयुक्त राज्य अमेरिका, पलाऊ, पैराग्वे और नाउरू) ने इसका विरोध किया। छह देश मतदान से अनुपस्थित रहे। फिलस्तीनी राष्ट्रपति अब्बास अगले सप्ताह होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में वीडियो लिंक के माध्यम से विश्व को संबोधित करेंगे। इसे फिलस्तीन के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक जीत माना जा रहा है, जबकि अमेरिका और इजरायल को झटका लगा है। शुक्रवार को पारित प्रस्ताव...