नई दिल्ली, मई 14 -- भारत ने अब खुलकर पाकिस्तान पर कूटनीतिक हमला बोल दिया है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जो दरिंदगी हुई, जिसमें 26 मासूमों की जान गई, उसका जिम्मेदार 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' यानी टीआरएफ अब सीधे तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की 1267 प्रतिबंध समिति के निशाने पर है। टीआरएफ कोई अलग संगठन नहीं, बल्कि लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नया नाम है-जिसे पाकिस्तान अपनी जमीन पर पाल-पोस रहा है। अब भारत इस आतंक के चेहरे को बेनकाब करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की निगरानी टीम, आतंकवाद निरोधक कार्यालय (यूएएनओसीटी) और सीटीईडी (सीटीईडी) के साथ बैठकों की तैयारी में है। न्यूयॉर्क में भारत की एक तकनीकी टीम पहले से मौजूद है, जो टीआरएफ की इस हमले में संलिप्तता से जुड़ा पूरा सबूत साझा कर रही है। इस कूटनीतिक दांव के जरिए भारत पाकिस्ता...