महाराजगंज, सितम्बर 17 -- सोनौली, हिन्दुस्तान संवाद। जेन जी आंदोलन से भारत-नेपाल सीमा के आठ कस्टम कार्यालयों में से सबसे अधिक नुकसान काकड़भिट्टा ड्राई पोर्ट को हुआ है। नेपाल इंटरमॉडल परिवहन विकास समिति के अनुसार विराटनगर और भैरहवा के ड्राई पोर्ट्स को भी भारी क्षति का सामना करना पड़ा है। जबकि मेची, भद्रपुर, कैलाली और जनकपुर सीमा शुल्क कार्यालयों को पूर्ण क्षति पहुंचने के कारण वहां व्यापार पुनः प्रारंभ नहीं हो पाया है। काकड़भिट्टा बंदरगाह स्थित गोदाम को भी सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जहां आग लगने के कारण घरेलू सामान, शीशा, शराब, कागज और चाय के माल का बड़ा हिस्सा जल गया या चोरी हो गया था। नेपाल इंटरमॉडल परिवहन विकास समिति ने बताया कि क्षतिग्रस्त ड्राई पोर्ट्स पर पुनर्निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। तकनीशियनों की टीम तैनात कर नुकसान का आकलन किया...