नई दिल्ली, नवम्बर 3 -- भारत में यह "अमीरों का खेल" माना जाता है, जो अपनी उम्र बढ़ाने और जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए महंगे इलाज और तकनीकों को अपना रहे हैं। हालांकि, ये सेवाएं अभी सीमित वर्ग के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन भविष्य में यह क्षेत्र बढ़ने और आम जनता तक पहुंचने की संभावना रखता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि स्वास्थ्य में सुधार के जरिए ही दीर्घायु संभव है, न कि कोई जादू की गोली।भारतीय लॉन्गेविटी स्टार्टअप्स का उदय मुंबई के 30 वर्षीय मैनेजमेंट कंसल्टेंट और दिल्ली के 36 वर्षीय मीडिया प्रोफेशनल की लाइफ स्टाइल को अगर देखें तो ये बायोहैकिंग और हैल्थ-सेविंग टेक्निक्स में गहरी रुचि रखते हैं। वे अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और उम्र कम करने के लिए नए-नए उपचार, सप्लीमेंट्स, जिम और आधुनिक तकनीकों जैसे कोल्ड प्लंज, इन्फ्रारेड थेरेपी और हायपरबारिक ऑक...