मेरठ, नवम्बर 13 -- युवा शोधकर्ता भारतीय प्राचीन वैज्ञानिक परंपराओं से प्रेरणा लेते हुए नवाचार एवं स्वायत्त चिंतन पर काम करें। शोध का उद्देश्य केवल रैंकिंग या प्रकाशन नहीं बल्कि समाज की वास्तविक जरुरतों की पूर्ति का होना चाहिए। शोधार्थी और वैज्ञानिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश की स्थानीय समस्याओं के समाधान पर काम करें। कृषि उत्पादकता, पशु स्वास्थ्य और रोगों की शीघ्र पहचान जैसे प्रमुख क्षेत्रों में समाधान केंद्रित शोध करने की जरुरत है। चौ.चरण सिंह विवि कैंपस के भौतिक विज्ञान विभाग में 'रिसर्च टेक्निक्स इन फोटोनिक्स एंड मैटेरियल्स साइंस' विषय पर हुई प्री-कांफ्रेंस वर्कशॉप में यह बात एनआईटीटीटीआर चडीगढ़ के निदेशक प्रो.भोला राम गुर्जर ने कही। प्रो.भोलाराम ने कहा कि फोटॉनिक्स एवं मटेरियल्स साइंस का संगम आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के राष्ट्रीय लक्ष...