हरिद्वार, जुलाई 10 -- योगगुरु रामदेव ने कहा कि आज पूरे विश्व में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। वर्चस्व सत्य, योग, अध्यात्म और न्याय का होना चाहिए। अलग-अलग कारणों से पूरी दुनिया में अलग-अलग प्रकार के वैचारिक उन्माद, मजहबी उन्माद, भौतिकवाद, इंटिलेक्चुअल टैरिरिज्म, रिलिजियस टैरिरिज्म, पॉलिटिकल, इकॉनोमिकल टैरेरिज्म, मेडिकल टैरेरिज्म, एजुकेशनल टैरेरिज्म चल रहे हैं। ऐसे में पूरे विश्व को भारत से शिक्षा, चिकित्सा, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक दिशा मिलेगी और भारत की प्रतिष्ठा विश्वगुरु के रूप में होगी। यह बातें उन्होंने गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहीं। गुरु-शिष्य परंपरा की अनुपम विरासत को समर्पित पर्व गुरु पूर्णिमा पतंजलि योगपीठ के योगभवन ऑडिटोरियम (योगपीठ-2) में श्रद्धा, समर्पण और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। आयोजन में पतंजलि योगपीठ के संस्थापक ...