नई दिल्ली, दिसम्बर 2 -- गर्भवती सोनाली खातून और उसके परिवार की लंबी कानूनी लड़ाई में सोमवार को नया मोड़ आया। बांग्लादेश की एक अदालत ने मानवीय आधार पर सोनाली, उसके आठ वर्षीय बेटे शबीर, पति दानिश शेख और स्वीटी बीबी व उनके दो बच्चों को जमानत पर रिहा कर दिया। गौरतलब है कि सोनाली को दिल्ली पुलिस ने 'अवैध बांग्लादेशी प्रवासी' समझकर हिरासत में लिया था और फिर उसे सीमा पार कर बांग्लादेश भेज दिया गया। वहां गैरकानूनी तरीके से प्रवेश करने के आरोप में सुनाली को जेल भेज दिया गया। अब इस घटनाक्रम के लगभग पांच माह बाद 26 वर्षीय सोनाली खातून सोमवार को आखिरकार चपैनवाबगंज जेल से बाहर आ गईं। वह गर्भावस्था के अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। उधर, भारत के सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार से सोनाली और उनके आठ वर्षीय बेटे को मानवीय आधार पर देश में प्रवेश देने पर विच...