प्रयागराज, जनवरी 29 -- परमार्थ निकेतन शिविर और परमार्थ त्रिवेणी पुष्प में आयोजित हनुमंत कथा का बुधवार को समापन हुआ। स्वामी चिदानंद सरस्वती, साध्वी भगवती सरस्वती और आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री सहित कई संतों ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण ने कहा कि महाकुम्भ एक ऐसा अवसर है, जब भारत अपना इतिहास पुनः गढ़ रहा है। महाकुम्भ के माध्यम से भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया कि भारत की संस्कृति, धर्म और परंपराएं हमेशा जीवित रहेंगी। उनका संरक्षण करना हर भारतीय का कर्तव्य है। उन्होंने घोषणा की कि बागेश्वर धाम मंदिर परिसर में एक विशाल अस्पताल की स्थापना की जाएगी, जिससे समाज के कमजोर वर्गों को चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने संगम तट पर हुई दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए श्रद्धालुओं से संयम और अनुशासन बनाए रखने की अपील की...