हरिद्वार, सितम्बर 16 -- हरिद्वार। देवसंस्कृति विवि में एआई पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महासम्मेलन के समापन समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि एआई केवल एक तकनीकी साधन नहीं है, यदि एआई का सही दिशा में उपयोग किया जाए तो यह मानवता के कल्याण का सशक्त माध्यम बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में विज्ञान और अध्यात्म का संतुलन सदैव से रहा है। अब समय आ गया है कि हम एआई को केवल तकनीकी दृष्टि से न देखकर, इसे आध्यात्मिक मूल्यों के साथ जोड़ें और मानव कल्याण के लिए प्रयोग करें। राज्यपाल ने कहा कि आने वाले समय में एआई का प्रयोग शिक्षा, चिकित्सा और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्रों में बड़े स्तर पर किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि इसे नैतिकता, करुणा और सेवा भावना के साथ जोड़ा जाए। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की वर्ष 2027 तक भारत आ...