देवघर, जून 11 -- चितरा प्रतिनिधि चितरा कोलियरी स्थित दुखिया बाबा मंदिर प्रांगण में चल रहे श्रीश्री- 1008 महारुद्र यज्ञ के दौरान सोमवार रात्रि अलौकिक और प्रेरणादायक वातावरण देखने को मिला। प्रवचन मंच पर उपस्थित कथा वाचिका आराधना देवी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि अपने परिवार और भारतीय संस्कृति को बचाना है तो सभी को कथा और सत्संग से जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि आज भारतीय समाज में पश्चिमी सभ्यता की अंधी दौड़ के कारण पारिवारिक मूल्यों का क्षरण हो रहा है। ऐसे समय में धर्म, सत्संग और भगवान की कथा ही जीवन को दिशा दे सकती है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि अपने बच्चों को रोज़ भगवान की कथा सुनाएं, जिससे उनके भीतर संस्कार और आत्मबल का विकास हो। प्रवचन के दौरान उन्होंने भगवान श्रीराम के वनगमन से लेकर चित्रकूट प्रवास, शबरी मिलन,...
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